पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया 27वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का शुभारंभ
बाल विज्ञान कांग्रेस में 130 बाल वैज्ञानिक प्रस्तुत करेंगे ‘स्वच्छ, हरित एवं स्वस्थ्य राष्ट्र’ विषय पर परियोजनाएं
रायपुर – पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के.एल. वर्मा ने आज विश्वविद्यालय की लाईफ साइंस अध्ययन शाला के जे. सी. बोस हॉल में दो दिवसीय 27वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2019 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बच्चों में वैज्ञानिक रूचि विकसित करने के उद्देश्य से इस कार्य कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा किया जाता है। श्री वर्मा ने कहा कि इस राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय ‘स्वच्छ, हरित एवं स्वस्थ्य राष्ट्र हेतु विज्ञान, तकनीकी एवं नवाचार’ रखा गया है, जो आज के परिवेश में काफी महत्वपूर्ण विषय है। इस आयोजन के माध्यम से बच्चों में पर्यावरण, स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का भी संचार होगा।
छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सहयोग से इस राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन किया गया है। इस वर्ष के राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के मुख्य विषय के अंतर्गत 5 उप विषय परितंत्र एवं परितंत्र सेवाएं, स्वास्थ्य, स्वच्छता और सफाई, कचरे से समृद्धि, समाज संस्कृति एवं आजीविका तथा पारम्परिक ज्ञान प्रणाली रखे गए हैं। इन मुख्य विषयों एवं उपविषयों पर छत्तीसगढ़ के 26 जिलों से चयनित 130 बाल वैज्ञानिकों द्वारा विज्ञान कांग्रेस में अपनी परियोजनाओं का प्रस्तुितकरण किया जाएगा।
जिनका मूल्यांकन विषय विशेषज्ञों द्वारा किया जायेगा। इस कार्यक्रम द्वारा राज्य स्तर से चयनित 16 बाल वैज्ञानिक राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस तिरूवनतपुरम में छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन केरल स्टेट कांउसिल फॉर साईंस टेक्नालॉजी एण्ड एन्वायरमेंट द्वारा 27 से 31 दिसम्बर तक किया जाएगा। राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के उद्घाटन के अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.आर. चन्द्राकर, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के फिजिकल एजुकेशन विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रीता वेणुगोपाल, जैविक अध्ययन शाला के प्रोफेसर एस.के. प्रसाद और छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (सी. कॉस्ट) के संचालक डॉ. एस. कर्मकार विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की राज्य समन्वयक डॉ. श्रीमती जे.के. राय द्वारा कार्यक्रम की विस्तृत रूप-रेखा प्रस्तुत की गई। उन्होंने इस आयोजन के लिए दिए गए मार्गदर्शन हेतु विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव एवं छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ. आलोक शुक्ला के प्रति आभार प्रकट किया।
बाल विज्ञान कांग्रेस हेतु चयनित 5 उपविषयों में पारितंत्र एंव पारितंत्र सेवायें विषय में प्रो. मोयना चक्रवर्ती, प्रो. वी. के. कानूंगों, डॉ. मंजू सिंह, स्वास्थ्य, स्वच्छता और सफाई-व्यवस्था विषय में प्रो. संध्या वर्मा, डॉ. अभिया. आर. जोगलेकर, डॉ. वासु वर्मा, कचरे से समृद्धि विषय में डॉ एम. पी. ठाकुर, डॉ. अनिल शर्मा, प्रो. एस.के. जाधव, समाज संस्कृति एंव आजिविका विषय मंे डॉ. आशा दुबे, डॉ. शैलेन्द्र वर्मा, डॉ. दिनेश मशा और पारंपरिक ज्ञान प्रणाली विषय में डॉ. ए.के. गेड़ा, डॉ. एलेक टिर्की, डॉ. दिपेन्द्र सिंह उत्कृष्ट परियोजनाओं का चयन करेंगे।