26 दिसंबर यानी गुरुवार को वर्ष का आखिरी सूर्यग्रहण पड़ेगा। यह ग्रहण लगभग 173 मिनट लंबा होगा। सू र्यग्रहण सुबह 8 बजकर 21 मिनट से शुरू होकर 11 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, सूतक नक्षत्र में पड़ने के कारण यह सूर्यग्रहण अधिक फलकारी नहीं होगा। सुलतानपुर के ज्योतिषाचार्य पंडित जयप्रकाश त्रिपाठी बताते हैं कि सूतक 25 दिसम्बर दिन बुधवार की शाम 5:31 से लगकर सूर्यग्रहण की समाप्ति तक यानी 10:57 तक रहेगा। सूतक में पड़ने के कारण सूर्यग्रहण वलयाकार का माना जाता है। सूर्यग्रहण के दौरान किये गये कार्य कई शुभ-अशुभ फल देते हैं। आइए जानते हैं कि सूर्यग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
सूर्य ग्रहण में यह न करें
चन्द्रग्रहण हो या फिर सूर्यग्रहण इस दौरान कोई भी शुभकार्य करना वर्जित माना गया है। इसलिए सूर्यग्रहण के समय कुछ भी खान-पान न करें। सूर्यग्रहण के दौरान शोर, शुभ कार्य, पूजा-पाठ, गृहप्रवेश, शादी-विवाह, यज्ञोपवीत, मुंडन संस्कार आदि कार्य ग्रहण काल में निषेध होते हैं। सूर्यग्रहण काल में ऐसा कोई कार्य न करें जो शुभ कार्य माना जाता हो।
सूर्यग्रहण काल में यह कार्य करें
पण्डित त्रिपाठी ने बताया कि सूर्यग्रहण काल में आप कोई शुभ कार्य न करके अपने गुरु मंत्र का जाप करें। किसी मंत्र की सिद्धि, रामायण, सुंदर कांड का पाठ कर सकते हैं। ग्रहण की समाप्ति के बाद पवित्र नदियों में स्नान, शुद्धिकरण करके दान जरूर करना चाहिए।
घर से बाहर नहीं निकलें गर्भवती महिलाएं
सूर्यग्रहण काल में गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ग्रहणकाल में सूर्य से पराबैंगनी किरणें निकलती हैं, जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक होती हैं।
सूर्य ग्रहण विशेष
26/12/2019 को लगने वाले सूर्य ग्रहण का सूतक स्पर्श से बारह घंटे पहले आरम्भ होगा है। इसलिए 25 दिसंबर को ही 08:21 से सूतक प्रारंभ होगा और अगले दिन सुबह 11:14 पर सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद खत्म होगा। बालक, वृद्ध, रोगी को छोड़कर सूतक के दौरान अन्य किसी का खान-पान वर्जित है।
सूर्यग्रहण
स्पर्श दिन में- सुबह 08:21
मध्य दिन में- 9:40
मोक्ष- सुबह 11:14
यहां दिखेगा सूर्यग्रहण
यह सूर्यग्रहण संपूर्ण भारत समेत नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, चीन, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में दिखाई देगा।