छत्तीसगढ़ियों का बढ़ा मान,कृषि समस्याओं का होगा समाधान- A.I. Intelligence For Youth

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किसान हितार्थ प्रोजेक्ट Top 20 विजेताओ में शामिल।

रायपुर। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली और दुनिया की प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर कंपनी इंटेल के सहयोग से आयोजित राष्ट्रीय रिस्पांसिबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अंतिम चरण के परिणामो की घोषणा हो गयी है। जिसमें देश भर के टॉप 20 प्रोजेक्ट में छत्तीसगढ़ के शासकीय स्कूल नर्रा के छात्रों की कृषि आधारित एक प्रोजेक्ट ने अपनी जगह बनाई। गौरतलब हो कि राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में देश भर के कुल 52628 छात्र पंजीकृत थे। जिसमें प्रथम चरण में 11,466 छात्रों को प्रशिक्षण मिला, साथ ही साथ जुलाई 2020 में पूरे देश के विभिन्न राज्यों से 2536 शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया, अगस्त 2020 में 2441 छात्रों से 2704 आइडियास जमा हुए, जनवरी 2021 में द्वितीय चरण के लिए 125 छात्र चयनित हुए, तथा नवम्बर 2021 में द्वितीय चरण का परिणाम घोषित हुआ व तृतीय चरण के लिए 60 प्रोजेक्ट का चयन हुआ।


अंतिम चरण के लिए चयनित टॉप 60 प्रॉजेक्ट में छत्तीसगढ़ राज्य से एकमात्र शासकीय स्कूल नर्रा के छात्रों द्वारा दिए गए प्रोजेक्ट्स में महासमुंद जिले के बागबाहरा के ग्राम नर्रा से कृषि आधारित 2 प्रोजेक्ट को शामिल किया गया था। इन टॉप 60 प्रोजेक्ट्स में टॉप 20 प्रोजेक्ट्स को विजेता घोषित किया जाना था। अंतिम 20 प्रोजेक्ट्स के विजेताओं के परिणाम की घोषणा के लिए राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम का आयोजन 30/11/2021 को इंडिया हैबिटेट सेंटर नई दिल्ली में किया गया। जिसमें शासकीय स्कुल नर्रा के छात्र वैभव देवांगन व धीरज द्वारा प्रस्तुत कृषि आधारित प्रोजेक्ट को टॉप20 विजेताओ की सूची में शामिल किया गया। इस पुरे कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवम् सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री #MEIT श्री अश्वनी वैष्णव जी उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ के ग्राम नर्रा शासकीय स्कुल के वैभव देवांगन और धीरज यादव के कृषि फसलों के बीच उगे खरपतवारो को पहचान कर निंदाई करने वाले प्रोजेक्ट को अंतिम 20 में सलेक्ट किया गया साथ ही इन्हें अंतिम 20 प्रोजेक्ट्स का विजेता घोषित कर मेडल व प्रशस्ति पत्र दे कर सम्मानित किया गया।अब सभी छात्रों को इंटेल के इंजीनियर प्रशिक्षण देंगे और चयनित छात्रों के आइडियाज को वर्किंग प्रोटोटाइप में ढाला जाएगा तथा उनमें से टॉप 20 प्रोजेक्ट को अंतिम रूप से विजेता घोषित किया गया। छत्तीसगढ़ से चयनित प्रोजेक्ट का निर्माण किसानों को खरपतवारों से होने वाली समस्याओं व उनके समाधान को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था। वैभव व धीरज ने अपने शिक्षक सुबोध तिवारी जी के मार्गदर्शन में इस पुरे प्रोजेक्ट को तैयार किया था।

“आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसा अध्ययन है जिसमें ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया जाता है, जिससे व्यवहार करने और प्रतिक्रिया देने में मानव से भी बेहतर हो”

  • सुबोध तिवारी एटीएल कन्वेनर नर्रा

प्रोजेक्ट एक नजर में-

जून 2020 में देश के कुल 52628 छात्र पंजीकृत थे।

प्रथम चरण में 11,466 छात्रों को प्रशिक्षण मिला

जुलाई 2020 में पूरे देश के विभिन्न राज्यों से 2536 शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया।

अगस्त 2020 में 2441 छात्रों से 2704 आइडियास जमा हुए।

जनवरी 2021 में द्वितीय चरण के लिए 125 छात्र चयनित हुए।

नवम्बर 2021 में द्वितीय चरण का परिणाम घोषित हुआ व तृतीय चरण के लिए 60 प्रोजेक्ट का चयन हुआ।

उन 60 प्रॉजेक्ट में छत्तीसगढ़ राज्य से एकमात्र नर्रा स्कूल ने अपनी जगह बनाई।

इन टॉप 60 में से अंतिम 20 विजेताओं में नर्रा स्कुल के कृषि आधारित एक प्रोजेक्ट को विजेता घोषित किया।

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवम् सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्वनी वैष्णव ने टॉप 20 विजेताओं को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

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