छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का आगाज हो चुका है। विधानसभा चुनाव 2023 की तारीख अब बिल्कुल नजदीक आ रही है,तमाम राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नामो की घोषणा भी कर दी है। पर जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आती जा रही है वैसे ही प्रत्याशियों सहित पार्टियों की भी धड़कने तेज होती जा रहीं है।कारण है,राष्ट्रीय पार्टियों के कार्यकताओं का अपनी ही पार्टी से नाराजगी व मनमुटाव, जिसके चलते वे अन्य क्षेत्रीय पार्टीयो के साथ या निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में इस विधानसभा में अपने दांव आजमाते नजर आ रहे हैं। यही एक मुख्य वजह है कि विधानसभा चुनाव का समीकरण हर रोज बदल रहा है। मुख्य रूप से कांग्रेस और बीजेपी के नेता अपने ही पार्टी कार्यकर्ताओं को साधने में लगे हुए है। हालांकि कुछ बागी प्रत्याशी पार्टी हाईकमान के मान- मन्नौवल के बाद पुनः अपनी पार्टी के साथ होने की बात कर रहे है। मसलन देखना यह होगा कि एक बार जिसका पार्टी से विश्वास डगमगा गया था उन कार्यकर्ताओ पर पार्टी कितना भरोसा जता पाएगी?
विधानसभा 2023 के मद्देनजर कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं का छत्तीसगढ़ में चुनावी सभाओं के लिए आने का सिलसिला जारी है। एक ओर जहां ये पार्टियां अपने विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधते नजर आ रहीं है। तो दूसरी ओर जनता के समक्ष अपने कार्यकाल में किए कार्यों की उपलब्धियां गिना रही है। ऐसा कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ में ज्यादातर मतदाता किसान परिवार से आते है, जिसने किसानों को साध लिया, उनका विश्वास जीत लिया, उस पार्टी की चुनावी जीत भी लगभग तय हो जाती है। यहीं वजह हैं कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर से किसानों के कर्जमाफी की घोषणा की है, वहीं उनके पार्टी के बड़े नेता राहुल गाँधी ने एक चुनावी सभा के दौरान 3 हज़ार प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की बड़ी घोषणा कर दी है।बहरहाल अभी तमाम पार्टियों के आने वाले घोषणा पत्रों का जनता को इंतजार है।
“महासमुंद जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में बढ़ते चुनावी सरगर्मी व पल पल बदलते समीकरण को देखते हुए एक बात तो स्पष्ट है कि,किसी भी पार्टी के लिए विधानसभा 2023 का ये चुनाव आसान होने वाला नही है,सभी पार्टी के पेंच कहीं न कहीं फसते नजर आ रहे है।”
बहरहाल यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी कितना असर दिखाएगी? ठंडकता भरी इस मौसम में यह चुनाव और कितना तापमान बढ़ाएगी ? लोकतंत्र के इस महापर्व में जनता किसका साथ निभाएगी ? भाग्यविधाता जनता देखें किसका भाग्य चमकाऐगी?
✍️ Satya Chandrakar