कोरबा:-बता दे कि यह पूरा इलाका घने वन से आच्छादित है सरकार इस क्षेत्र को एलिफेंट रिजर्व के तौर पर विकसित करने जा रही है
जिला पुलिस ने लंबे वक्त तक कि जांच और घेराबंदी के बाद दो शातिर हाथी दांत तस्करों को धर दबोचा है दोनो ही तस्कर जिले के वनांचल क्षेत्र गढ़ लेमरू और श्यांग के गुरमा के रहने वाले है इनका नाम मोहन सिंह कंवर पिता सुकलाल कंवर (45) है जबकि दूसरा जोगेराम यादव पिता धनसिंह कंवर (40) है
पुलिस ने इस मामले में एक हाथी दांत भी बरामद किया गया है यह मादा हाथी का दांत है. इसकी लंबाई 25 सेमी है जबकि अनुमानित कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये है. हालांकि इसके वास्तविक मूल्य के लिए वनविभाग को पत्र लिखा गया है दोनो ही आरोपियों पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 51 के तहत कार्रवाई की गई है इस पूरे धरपकड़ की जानकारी डीएसपी मुख्यालय श्री रामगोपाल करियारे ने प्रेसवार्ता के माध्यम से मीडिया को दी है
पुलिस ने बताया कि इसके लिए आरोपीयो दांत की खरीदी -बिक्री के ये शातिर तरीके से “डार्क वेब” से मिलते-जुलते तरीके का इस्तेमाल किया है यह एक ऐसा तरीका है जिसमे क्रेता और विक्रेता की जानकारी न ही एक दूसरे को होती और न ही किसी अन्य को यही वजह है कि आरोपी पुलिस के सामने भी यह बता पाने में असमर्थ है कि आखिर पूरी खरीदी किससे की गई और किसे यह दांत बेचा जाना था बावजूद पुलिस उनसे लगातार इस बारे कड़ाई से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है. यह दोनों ही तस्कर बिचौलिए स्तर के है इनका सम्पर्क बड़े तस्कर समूह से है. दूसरी तरफ यह भी साफ नही है कि यह दांत क्षेत्र के ही हाथी का है या कही और से शिकार किया गया
बताया जा रहा है कि क्षेत्र में काफी वक्त से वन्य जीवों के शिकार और उनके कीमती अंगों की तस्करी की सूचना उन्हें मिल रही थी सूत्रों से इसकी पुष्टि होते ही जिला पुलिस अधीक्षक श्री जेएस मीणा के निर्देशन, एएसपी श्री यू उदयकिरण व डीएसपी श्री आरजी करियारे के मार्गदर्शन में पुलिस ने बालकोनगर टीआई लखन पटेल, कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा व श्यांग केएन तिवारी व लेमरू थाना प्रभारी श्री राठिया की अगुवाई में संभावित स्थानों पर पुलिस जवानों को ग्राहक के तौर पर भेजा गया था जिसके पश्चात दबिश देकर दो लोगो को हिरासत में ले लिया