बागबाहरा।। छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के आव्हान पर बागबाहरा विकासखंड के मनरेगा अधिकारी-कर्मचारी अपनी दो सूत्री मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। धरना को समर्थन देने अलका चंद्राकर सदस्य जिला पंचायत, नरेश चंद्राकर, दुबे लाल साहू, रमेश पटेल, डाली ध्रुव धरना स्थल पर पहुंचे। अलका चंद्राकर ने धरना रत मनरेगा अधिकारी कर्मचारी को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के भूपेश सरकार लबरा सरकार है उन्होंने सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए 36 घोषणाएं गंगाजल की कसम खाकर किया किंतु हकीकत आज आपके सामने हैं मनरेगा कर्मचारियों को नियमित करने सही ग्रेड वेतनमान देने के वादे से भूपेश सरकार मुकर रही है। जिसके कारण पूरे छत्तीसगढ़ के मनरेगा कर्मचारी अधिकारी को धरना आंदोलन करना पड़ रहा है। मनरेगा कर्मचारियों अधिकारियों के द्वारा कोरोना काल में अपनी जान हथेली पर रखकर जो सेवा किए हैं उसे सरकार भूल रही है आज ग्रामीण अर्थव्यवस्था विकास की अहम कड़ी मनरेगा के कर्मचारी अधिकारी हैं, छत्तीसगढ़ के प्रत्येक विभाग चाहे वन विभाग आंगनबाड़ी मितानिन विद्युत स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अपनी अपनी मांगों को लेकर ब्लॉक स्तर से लेकर राजधानी तक आंदोलनरत हैं। सरकार एक तरफ कहती है कि हमने 3 साल में पांच लाख युवाओं को नौकरी दी है डेढ़ लाख संविदा कर्मचारियों को नियमितीकरण किया है, तो दूसरी तरफ सभी विभाग के कर्मचारी नियमितीकरण को लेकर आंदोलनरत हैं, जो कि सरकार के झूठा चेहरा को सामने लाती है, अलका ने कहा कि हम सब आपके लड़ाई में हमेशा आपके साथ हैं। कार्यक्रम को नरेश चंद्राकर, दुबे लाल साहू ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर खूबचंद वर्मा जिला अध्यक्ष मनरेगा कर्मचारी महासंघ, हेमराज साहू ब्लॉक अध्यक्ष रोजगार सहायक, मिनेंद्र अहिरवार ब्लॉक अध्यक्ष मनरेगा कर्मचारी महासंघ, संदीप साहू, डोमार यादव, दिव्या सोनी, पूजा पांडे, लीना साहू, अंजना मंडल, तकनीकी सहायक रमेश, राजेश तांडी, लुभान चंद्राकर सहित मनरेगाकर्मी आंदोलन स्थल पर मौजूद रहे।