रायपुर। धान खरीदी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार अब भी आमने-सामने नजर आ रही है। इस मामले को लेकर, अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में मंत्रिमंडलीय समिति गुस्र्वार शाम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेगी और प्रदेश सरकार की समस्याएं रखेगी। राष्ट्रपति के अलावा केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से भी मुलाकात की जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब राष्ट्रपति मुलाकात के लिए समय दे सकते हैं, तो प्रधानमंत्री क्यों नहीं? प्रधानमंत्री ने मिलने का समय न देकर छत्तीसगढ़ के किसानों और अनाज का अपमान किया है।
कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में बुधवार को हुई बैठक-पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने प्रदेश भर के कांग्रेस उपाध्यक्षों, महामंत्रियों, सचिवों, जिलाध्यक्षों और शहर अध्यक्षों की बैठक ली। इसमें धान पर स्थगित आंदोलन पर चर्चा की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री बघेल ने पीसीसी अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को बताया कि राष्ट्रपति भवन से मुलाकात के लिए हमनें समय की मांग की थी, जिसको लेकर हमे समय दे दिया गया है।
मुख्यमंत्री के साथ मंत्री मंडल के कई अन्य मंत्री भी जा सकते है दिल्ली-मुख्यमंत्री के साथ राज्य के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत और कृषि मंत्री रविंद्र चौबे का जाना लगभग तय है।साथ ही दो-तीन मंत्री और जा सकते हैं। राष्ट्रपति को भुपेश सरकार के द्वारा ये अवगत कराया जाएगा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने 25 सौ स्र्पये क्विंटल की दर से 85 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा है और केंद्र सरकार ने केवल 38 लाख मीट्रिक टन धान पर 1815 स्र्पये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य देने की बात कही है।



















