महासमुंद – वनपरिक्षेत्र बागबाहरा के रैतालपहाड़ी क्षेत्र खल्लारी परिवृत्त के रैताल परिसर के आरक्षित वन में आग लगा कर शिकार करने वाले 9 लोगों को वन विभाग के गस्सती दल ने गिरफ्तार किया है वन्यप्राणी सरंक्षण अधिनियम1972 की धारा 9, 30, 50 एवं 51 के तहत अपराध दर्ज किया गया। वन विभाग ने सारी करवाई कर उन्हें जेल भेजा दिया है । वनमंडलाधिकारी श्री पंकज राजपूत ने कहा कि वनों में लगने वाली अग्नि ना केवल वनों एवं वन्यप्राणियों के लिए घातक है, अपितु नदियों एवं नालों में बहने वाले जल की आपूर्ति में सबसे बड़ी अवरोधक है। मिट्टी के तपकर कड़ा हो जाने से घरती में समाने वाला वर्षा का जल बहकर निकल जाता है। जो कि एक ओर वर्षा के दौरान बाढ़ की स्थिति निर्मित करता है, वहीं दूसरी ओर शेष वर्ष में सूखे की स्थिति बनाता है। इस काम को बागबाहरा वन परिक्षेत्र के नए वन परिक्षेत्राधिकारी, विकास चंद्राकर ने विशेष ध्यान देते हुए अपनी पूरी टीम के साथ, त्वरित कार्यवाही को अंजाम दिया।