महासमुंद। छत्तीसगढ़ में कल से धान खरीदी की शुरुआत हो रही है। जिसको लेकर समितियो ने लगभग तैयारियां पूरी कर ली है। किसान भी धान बेचने को लेकर सोसायटी में अपने -अपने नामो से टोकन लेने के लिए लाइन में खड़े नजर आ रहे है।धान खरीदी को लेकर प्रशासन ने समिति के अध्यक्षों सहित सोसायटी कर्मचारियों को साफ तौर से निर्देशित करते हुए बता दिया गया है कि किसी भी प्रकार की चुक न होने पाए।साथ ही कहा है कि अगर धान खरीदी केंद्र में अवैध धान होने की सूचना पर समिति के अध्यक्ष सहित धान खरीदी प्रभारी के खिलाफ पुलिस एफ.आई .आर. दर्ज कर सख्त कानूनी कार्यवाही करेगी। चूंकि छत्तीसगढ़ उड़िसा की सीमा से लगे होने के कारण कोचियों और बिचोलियों द्वारा उड़ीसा से अवैध रूप से धान छत्तीसगढ़ में खपाने की कोशिश की जाती रही है।जिसको लेकर सरकार ने कड़े निर्देश जारी किए है। सरकार ने इस अवैध खपत को रोकने जाँच समिति का गठन किया है।
निर्धारित समर्थन मूल्य पर होगी धान खरीदी।
छत्तीसगढ़ सरकार ने धान खरीदी को लेकर पहले ही साफ कह दिया है कि छत्तीसगढ़ सरकार अब किसानों से संग्रहण केंद्रों पर निर्धारित समर्थन मूल्य कॉमन धान के लिए 1,815 रुपये और ग्रेड-ए धान 1,835 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी करेगी।हालांकि किसानों से 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का वादा किया गया था उसका भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। धान खरीदी की दर और वादा की गई दर के अंतर की राशि किसानों को कैसे देनी है इसके लिए मंत्रिमंडल उपसमिति बनाई गई है, जिसके सुझाव के आधार पर ही भुगतान किया जाएगा।
अब तक अवैध धान भंडारण एवं परिवहन पर हुई कार्यवाही।
धान के अवैध रूप से भण्डारण एवं परिवहन की रोकथाम के लिए कलेक्टर महासमुंद सुनील जैन के निर्देश पर निगरानी दलों द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। निगरानी दलों की कार्यवाही में अब तक कोचिए एवं बिचौलिए के साथ धान के अवैध परिवहन और भण्डारण के 193 प्रकरण दर्ज किए गए है। जिसके अंतर्गत 30 हजार 720 बोरे धान 12 हजार 291 क्विंटल धान जब्त किया गया है। इसके अलावा कुल 11 वाहन भी जब्त किए गए है।