जनप्रतिनिधि और प्रसाशनिक अमले से भी ग्रामीणों की नाराजगी
बागबाहरा।। ग्राम पंचायत कन्हारपूरी के आश्रित ग्राम कोल्दा के बाशिंदों ने एक स्वर में पंचायत राज चुनाव 2020 के बहिष्कार का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने निर्णय से प्रशासन को अवगत करा दिया है। ग्राम कोल्दा के निवासियों का कहना है कि पूर्व में ग्रामीणों ने ग्राम कोल्दा को ग्राम पंचायत कन्हारपुरी से हटाकर अन्यत्र पंचायत में जोड़ने की मांग की थी।, जिस पर प्रशासन ने एक्शन नहीं लिया। जिससे व्यथित ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया। हालांकि शुरूआती दौर में संभावित दावेदारों ने अपनी दावेदारी दिखाई, जिसमें कोल्दा के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया। ग्रामवासियों को लामबंद होने पर दावेदार भी ठिठक गए और बातचीत से इस समस्या का हल निकालना चाहे, परन्तु ग्रामवासियों ने शांति पूर्ण तरीके से सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य को प्रचार नहीं करने का आग्रह किया, साथ मतदान में हिस्सा नहीं लेने की बात कही।

नामांकन नहीं भरने का फैसला-
ग्राम कोल्दा के ग्रामीणों ने सामूहिक निर्णय कर पंचायती राज के चुनाव में पंच सरपंच और जनपद पंचायत के चुनाव में नामांकन दाखिल नहीं किया। जिस पर सभी ग्रामवासियों ने अपनी सहमति जताते हुए नामांकन प्रक्रिया से दूर रहे। यही नहीं जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि को ग्रामीणजन जमकर कोस रहे हैं। ज्ञात हो कि कोल्दा से पंचायत मुख्ख्यालय कन्हारपुरी 11 किमी दूर है। हर कार्य के लिए लोगों को 11 किमी का सफर तय करना पड़ता है। जबकि रास्ते में तीन अलग-अलग पंचायत मुख्यालय आते हैं।
इस संबंध में बलराम साहू, खेमलाल साहू, गणराज साहू ने बताया कि पंचायत मुख्यालय बदलने की मांग धरी की धरी रह गई। 11 किमी की दूरी तय कर पंचायत जाने की मजबूरी है। इसलिए चुनाव बहिषकार का एकमतेन निर्णय लिया गया है।



















