बागबाहरा – ग्राम कोमाखान में बहुचर्चित प्रधानमंत्री आवास में गड़बड़ी की जांच करने जनपद पंचायत से दो सदस्यीय जांच दल कोमाखान पंचायत पहुंचा। दो सदस्यीय दल में क्षीरसागर पटेल सहायक आंतरिक लेखा परीक्षण और करारोपण अधिकारी व विवेक तिवारी विकासखंड समन्वयक प्रधानमंत्री आवास योजना शामिल थे। दोनों को जनपद सीईओ मना राम यदु द्वारा ग्राम के संतोष मानिकपुरी द्वारा उप सरपंच शशिकला मानिकपुरी में विरुद्घ लगाए गए आरोप की जांच करने का जिम्मा सौंपा गया था।
संतोष मानिकपुरी ने सप्रमाण लिखित शिकायत की थी कि ग्राम में कमला साहू के नाम से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था, जयचंद बघेल सचिव और उपसरपंच शशिकला मानिकपुरी द्वारा आपसी मिलीभगत के चलते कमला साहू के घर को अपना बताकर जियो टेकिंग कर आवास की राशि आहरित कर ली गई है। शिकायत के बाद उप सरपंच शशिकला मानिकपुरी ने आनन फानन में शशिकला ने आवास निर्माण करना शुरू किया है। जांच अधिकारियों द्वारा पंचायत में वर्तमान सरपंच वीणा वाकड़े, सचिव जयचंद बघेल व पंचगणों की उपस्थिति में शिकायतकर्ता संतोष मानिकपुरी और अनावेदक शशिकला मानिकपुरी का कलमबद्घ बयान लिया गया । जांच अधिकारी क्षीरसागर पटेल ने बताया कि जांच रिपोर्ट सीईओ जनपद पंचायत को सौंप दी गई है। शिकायत की जांच में कलमबद्ध बयान में ही भूल स्वीकार की गई है। वास्तव में मामला गड़बड़ी का है। ज्ञात है कि उपसरपंच शशिकला मानिकपुरी एवं पंचायत सचिव के इस फर्जी खेल में ग्रामीण कमला साहू का मकान 4 माह से अधूरा पड़ा हुआ है.
कार्यवाही की बाट जोहते ग्रामवासी – प्रधानमंत्री आवास योजना में जनप्रतिनिधि एवं सचिव के मिलीभगत के चलते एक कच्चे मकान वाले हितग्राही का मकान आज भी अधूरा पड़ा हुआ है वही शिकायत के बाद एक पक्के मकान में निवासरत जनप्रतिनिधि का मकान धड़ल्ले से बनना शुरू हो गया है। कोमाखान के जनमानस कयास लगा रहे है कि पीएम आवास योजना में फर्जी तरीके से जियोटेकिंग कर शासकीय राशि आहरित करने वाले जनप्रतिनिधि व सचिव कार्यवाही हो जिससे कोई भी जनप्रतिनिधि एवं शासकीय कर्मचारी इस प्रकार की फर्जी न करे ।
जांच अधिकारी द्वारा लिए गए कथन –
मेरा प्रधानमंत्री आवास का दूसरा क़िस्त 15000 रुपये निकालने के लिए दूसरे का मकान दिखाकर गलती से जियो टेक की गई है- शशिकला मानिकपुरी (उपसरपंच ग्राम पंचायत कोमाखान)
उपसरपंच कोमाखान द्वारा दूसरे के मकान को मेरा मकान है बोलकर जियोटेक करवाया गया और राशि आहरित किया गया मुझे जानकारी मिलने पर शशिकला मानिकपुरी को नोटिस दिया गया व जनपद पंचायत कार्यालय में अवगत कराया गया और बैंक से राशि आहरण पर भी रोक लगाए गए है- जयचंद बघेल (सचिव ग्राम पंचायत कोमाखान)
प्रधानमंत्री आवास में फर्जीवाड़े की शिकायत की जांच की गई जिसमें ग्राम पंचायत कोमाखान के सरपंच , सचिव , उपसरपंच एवं शिकायतकर्ता का बयान दर्ज किया गया वही ग्रामीणों से भी जानकारी ली गई है जिसमे इन सब के बयानों से प्रथम दृष्टया स्पष्ठ हो जाता है कि शशिकला मानिकपुरी द्वारा अपने पड़ोसी कमला साहू के मकान को दिखाकर जियोटेक करवाया गया- छीरसागर पटेल (जांचअधिकारी )
जियो टैग करने वाले सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जांच रिपोर्ट को उचित कार्यवाही के लिए उच्च कार्यालय को प्रेषित की गई है। –एमआर यदु सीईओ बागबाहरा
किसी जनप्रतिनिधि के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत यदि फर्जी तरीके से शासकीय राशि का आहरण किया गया तो वैधानिक कार्यवाही के साथ पद के दुरुपयोग के लिए धारा 40 के तहत भी कार्यवाही की जा सकती है। -अनिल शर्मा – अध्यक्ष बार काउंसिल महासमुन्द



















