बागबाहरा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष अंकित बागबाहरा ने बताया की भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पूनम चंद्राकर के वक्तव्य को बहुत ही हास्यास्पद और दूसरे के द्वारा मारे गए शेर के ऊपर पैर रख कर फ़ोटो खिंचवाने की असफल कोशिश बताया और अंकित बागबाहरा ने बताया कि सात समंदर पार अमेरिका में होने के बाद भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही छत्तीसगढ़ में किसान आज चैन की नींद ले पा रहा है अमेरिका में होने के बाद भी यहां पर हो रही धान खरीदी का लगातार आंकड़ा वे लेते रहे और छत्तीसगढ़ की धरती पर कदम रखते ही इन्होंने सबसे पहले घोषणा की कि कोंडागांव , केशकाल और कांकेर में जिन किसानों को बारदाना ना होने के कारण धान खरीदने में दिक्कत हुई उनका धान खरीदा जाएगा और पूरे प्रदेश में जिन किसानों को टोकन जारी किया गया है और उसका धान खरीदा नहीं किया है उसका धान खरीदा जाए । दूसरी तरफ भाजपा द्वारा इस किसानों के हित के काम को पूर्णता बेरोजगार हो चुके भाजपाई अपनी जीत बताने में लगे हुए जबकि सच्चाई यह है कि पूरे जिले में जितने भाजपा के पदाधिकारी हैं उतने भी उनके द्वारा दिए हुए धरने में शामिल नहीं हुए थे किसानों की बात तो करना बेमानी है । अंकित बागबाहरा ने पूनम चंद्राकर के सवाल किया छत्तीसगढ़ प्रदेश में भाजपा की सरकार 15 साल तक राज की । किसानों को 2100रुपये समर्थन देने की बात की हर साल ₹300 बोनस देने की बात की, 5 हॉर्स पावर तक बिजली मुफ्त देने की बात की, एक-एक दाना धान खरीदने की बात की और उसी उस 15 साल में आज तक के इतिहास में सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की और इस बात के वे स्वयं गवाह हैं कि बागबाहरा विकास खंड के मंथीर ध्रुव के द्वारा की गई आत्महत्या को जानने जब वह उस समय के निवर्तमान विधायक चुन्नीलाल साहू के साथ मोखा गांव गए थे तो ग्रामीणों ने उनको वहां से भगा दिया था मजबूरी में उनको गांव से बाहर एक स्कूल की शरण में बैठकर भाजपाई पदाधिकारियों से चर्चा करनी पड़ी , तब तो इनके मुंह से किसान हित में आवाज भी नही निकलती थी ।अगर आंकड़ों में जानना चाहें तो आज अगर आंकड़ों में हम कांग्रेस की सरकार की बात करें तो राज्य में सरकार बनते ही 19लाख किसानों का 11000 करोड का कर्जा माफ किया गया, डिफाल्टर किसानों का वन टाइम सेटेलमेंट के नाम पर 600 करोड़ अतिरिक्त किसानों का ₹207 सिंचाई कर माफ किया गया, और जो धान खरीदी की बात अगर यह भाजपाई करते हैं तो आंकड़े गवाह हैं जो इनकी सरकार में किसानों की स्थिति भाजपाइयों ने कर रखी थी सन 2015 2016 में कुल पंजीकृत किसान 13 लाख 22,613 थे और मात्र 84% किसानों का धान खरीदा गया ,2016 -2017 में कुल पंजीकृत 15 लाख किसानों से मात्र 87% किसानों का धान खरीदा गया । 2017 -2018 में कुल पंजीकृत 15 लाख 77 हजार 332 किसानों में से 76% मात्र 12 लाख किसानों का ही धान खरीदा गया जबकि कांग्रेस सरकार बनते ही इस प्रदेश में किसान भी बढ़े और रकबा भी बढ़ा 2018- 19 में लगभग 16 लाख 98 हजार पंजीकृत किसानों में से 92% किसानों का धान खरीदा गया और अभी वर्तमान खरीफ फसल में रिकॉर्ड किसान संख्या कुल 19 लाख 55 हजार 554 में से कुल 18 लाख 20 हजार किसान याने 93.11% किसानों का धान खरीदा गया जो आज तक के हिसाब से सर्वाधिक है पिछले 3 वर्षों में भाजपा ने जहां सर्वाधिक धान 70 लाख मीट्रिक टन खरीदा वही कांग्रेस सरकार ने इस वर्ष में पिछले वर्ष से 2.5 लाख मीट्रिक टन ज्यादा धान खरीदा ।
अगर महासमुंद जिले की बात करें तो सिर्फ महासमुंद जिले में ही पिछले साल की तुलना में 1 लाख क्विंटल धान की खरीदी ज्यादा हुआ । सहृदय मुख्यमंत्री ने बुधवार की समस्या को याने गत वर्ष 18 दिसम्बर,25 दिसम्बर और 1 जनवरी को छुट्टी को समझते उनका समाधान निकाला और बारिश को देखए धान खरीदी को 5 दिन बढ़ाया ।।
अंकित बागबाहरा ने पूनम चंद्राकर जी से सवाल किया कि आज केंद्र में पुनः भाजपा की सरकार है तो क्या वो मोदी से समर्थन मूल्य को बढ़ाने की मांग करेंगे ? स्वामीनाथन आयोग की शिफारिशों को लागू करने की मांग करेंगे ? छत्तीसगढ़ प्रदेश का चावल का कोटा बढ़ाने की मांग करेंगे ? अंकित ने पूनम चन्द्राकर से निवेदन किया कि किसानों के हित के लिए केंद्र से लड़ाई लड़ें यहां भूपेश बघेल के रहते किसानों पर कोई आंच नही आएगी ।।