आबकारी अधिकारी एवं प्लेसमेंट की मिलीभगत से चल रहा गोरखधंधा
बागबाहरा – शासकीय देशी एवं अंग्रेजी शराब दुकानों की लगातार शिकायते आ रही है कि इन शराब दुकानों में मिलने वाली शराब की बोतलों के सील खुले हुए मिलते है वही शराब में पानी मिलाने की शिकायतें भी काफी आती है । शराब दुकानों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों द्वारा लगातार ग्राहकों से दुर्व्यवहार एवं अधिक मूल्यों में शराब बेचने की शिकायतों को लेकर कल शहजान पाशा (विधायक प्रतिनिधि आबकारी ) द्वारा दिनकर वासनिक (जिला आबकारी अधिकारी महासमुन्द) को ज्ञापन सौंपा है । शहजान पाशा ने बताया कि बीते दिनों देशी शराब दुकान भुरकोनी में ग्रामीणों की शिकायत पर निरीक्षण करने पहुचे तब वहाँ से कुछ फ्रेश ढक्कन , डेमेज सील वाली शराब की बोतलें एवं शराब की बोतलों की सील निकाल कर दूसरी जगह चिपकाने जैसे कई मामले सामने आए जिसके बाद ग्रामीणों के समक्ष पंचनामा तैयार किया गया कर वही से ही जिला आबकारी अधिकारी , पिथौरा प्रभारी आबकारी को दूरभाष से इन विषंगतियो की जानकारी दी गई मगर कोई भी अधिकारी मामले को संज्ञान में लेने अथवा कार्यवाही करने नही पहुचे और मंत्री जी के कार्यक्रम हिला हवाला देते रहे वही उसी शाम को पिथौरा आबकारी प्रभारी एवं उनकी टीम द्वारा बागबाहरा शराब दुकान में ओवररेट में शराब बेचते एक कर्मचारी को रंगे हाथ पकड़ा लेकिन कार्यवाही करने के बजाय समझाइस देकर छोड़ दिया गया ।
अब ऐसे में आबकारी अधिकारियों के प्लेसमेंट कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर इन सब अनियमितताओ को अंजाम देने का खेल खेला जा रहा है ।
बंद सीसीटीवी कैमरो की आड़ में बड़ा खेल – राज्य के एक बड़े राजस्व आय को सुरक्षित रखने के लिए शासन द्वारा सभी शराब दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए है ताकि इन शराब दुकानों में मिलावट खोरी नकली शराब या ओवररेट जैसी चीजों पर नकेल कसा जा सके लेकि शासन की मंसूबो पर पानी फेरते इन दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे धूल फाँकते लगे हुए है । बतादे की महासमुन्द जिलेभर में लगभग 36 देशी एवं अंग्रेजी शराब दुकान संचालित हो रहे है जिनमे से सिर्फ कुछ दुकानों के कैमरे ही चालू होंगे बाकी सब कैमरे कई कई महीनों से बंद पड़े है बंद पड़े है जिसके आड़ में इन कर्मचारियो द्वारा यह मिलावट खोरी का बड़ा खेल खेला जा रहा है ।
प्लेसमेंट कर्मचारी करते है मारपीट – ग्रामीणों के अनुसार एक व्यक्ति द्वारा भुरकोनी शराब दुकान में पानी मिलाने की शिकायत तब वही के प्लेसमेंट कर्मचारियों द्वारा ग्रामीण को शराब भट्ठी के अंदर ले जाकर मारपीट भी किया गया है । मारपीट एवं दुर्व्यवहार करने की घटनाएं आये दिनों शराब भठ्ठियों में मिलती है लेकिन इन शिकायतों पर न ही आबकारी विभाग कस लगाम है और न ही पुलिस विभाग ।
अधिकारीयो का बेतुका बयान –
भुरकोनी शराब दुकान के बारे में जब शहजान पाशा (विधायक प्रतिनिधि आबकारी) ने जिला आबकारी अधिकारी दिनकर वासनिक से इन सब विषंगतियो के बारे में चर्चा की जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि शिकायतों और दुकान के बाहर के शिकायतों से नही बल्कि दुकान के अंदर से बाहर आते वक्त का वीडियो होता तो कार्यवाही करने में आसानी होती । क्या इस प्रकार का एक जिम्मेदार अधिकारी को बयान देना शोभा देता है ऐसा प्रतीत होता है मानो इन सभी षड्यंत्रों में अधिकारियों का शह प्लेसमेंट कर्मचारियों को मिल रहा है ।
अंत मे जिला आबकारी अधिकारी द्वारा जिले के सभी शराब दुकानों के प्लेसमेंट कर्मचारियो को जांच पश्चात स्थानांतरित कर दूसरे जगह भेजने का आश्वासन दिया ।