बागबाहरा – राज्य शासन द्वारा अंतरराज्यीय शराब तस्करी को रोकने हेतु आबकारी जांच चौकी बनाने के निर्देश दिए है ताकि शराब तस्करी पर नकेल कसा जा सके लेकिन जांच चौकियों पर जांच करने वाले अधिकारी ही नदारत रहे हो इस प्रकार जांच चौकी खोलने का औचित्य ही नही रह जाता है । महासमुन्द जिला आबकारी विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ – उड़ीसा सीमा के अंतिम गांव टेमरी में आबकारी जांच चौकी का निर्माण 19 जुलाई को किया गया है । बतादे की 19 जुलाई से खुले इस जांच चौकी सिक्योरिटी गार्ड के भरोसे में संचालित हो रही है । कहने को तो इस जांच चौकी में 3 आबकारी कर्मचारियो की ड्यूटी लगाई गई है जिसमे इरफान अली , मदन ध्रुव एवं शिव कुमार साहू को यहाँ पर तैनात किया गया है मगर ये तीनो हमेशा ड्यूटी से नदारत रहते है । 19 जुलाई से खुली आबकारी जांच चौकी में अब तक लगभग 350 वाहनों की जांच सिक्योरिटी गार्ड द्वारा की जा चुकी है इनकी मने तो कभी कभी अधिकारी घंटे – 2 घंटे के लिए जांच चौकियों पर जायजा लेने पहुचते है ।
उद्देश्य बिना कर रहे वाहन जांच – आबकारी जांच चौकी में तैनात SIS कंपनी के सिक्योरिटी गार्ड शंकर लाल पटेल , घनश्याम टंडन , अजय कुमार , गिरधारी , मनीष कुमार एवं अशोक निराला ने बताया कि कंपनी ने हमे जांच करने के लिए कहा है हमे तो आबकारी विभाग के अधिकारीयो के भी नाम ढंग से नही पता बस बोला गया है कि वाहनों को जांच करने के लिए बस वही कर रहे है । बतादे की इन सिक्योरिटी गार्ड में से कुछ गार्डों के पास तो परिचय पत्र तक नही है और न ही वाहन जांच के कोई आदेश मिले है सिर्फ कंपनी एवं आबकारी की अधिकारी के कहने के बाद ये सभी लोग काम मे लग गए है ।
संबंधित थाना में भी नही है सिक्योरिटी गार्ड की जानकारी जानकारी के अनुसार आबकारी जांच चौकी टेमरी में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड की जानकारी संबंधित थाना कोमाखान में भी नही दी गई है अब इस प्रकार जानकारी न देना कही न कही प्रशासनिक लापरवाही को प्रदर्शित करता है ।
जवाब देने से बचते रहे अधिकारी – सिक्योरिटी गार्ड के भरोसे चल रही आबकारी जांच चौकी टेमरी के बारे में जिला आबकारी अधिकारी दिनकर वासनिक से जानकारी पूछने पर पूरे मामले में जवाब देने से बचते रहे है कहा गया कि जब जवाब देना होगा मैं आपसे खुड़ ही संपर्क कर लूंगा ।
धीरज नायक (छेत्रधिकारी आबकारी बागबाहरा) – मेरे पास 3 जगहों बागबाहरा , पिथौरा और बसना में है तीनो जगहों को देखना मेरी प्राथमिकता है उसके बाद फील्ड वर्क भी करना पड़ता है थोड़े समय के लिए जांच चौकी पर कभी कभी जाता हूं । बाकी जानकारी के लिए जिला आबकारी अधिकारी से ले लीजिए ।