बागबाहरा – शंकराचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर गुरप्रीत सिंह छाबड़ा पिता लखबीर सिंग छाबड़ा को पीएचडी उपाधि मिली है । गुरप्रीत सिंग ने मैट्स यूनिवर्सिटी रायपुर से डॉक्टर अनुराग शर्मा एवं डॉक्टर बृजेश पटेल के मार्गदर्शन में पीएचडी की है पीएचडी के दौरान कई पेपर इंटरनेशनल जनरल स्कोपस में पब्लिश भी किए गए है । गुरप्रीत ने डीप लर्निंग के क्षेत्र में रिसर्च किया है जोकि मशीन लर्निंग की एक शाखा हैं और पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित हैं ।
गुरप्रीत के अनुसार डीप लर्निंग के द्वारा हम कंप्यूटर्स में इंसान की तरह सोचने, समझने और अनुभव करने की क्षमता उत्पन्न करते करते हैं वही आजकल डीप लर्निंग का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों जैसे हेल्थ केयर, वेदर फोरकास्टिंग, फेस रिकॉग्निशन , ऑब्जेक्ट डिटेक्शन, वॉइस असिस्टेंट , नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, फ्रॉड डिटेक्शन, गूगल ट्रांसलेटर, म्यूजिक कंपोजिशन, और सेल्फ ड्राइविंग कार इत्यादि में किया जाता है । गुरप्रीत को पीएचडी की उपाधि मिलने पर अ बागबाहरा के अतुल बग्गा , गौरव सिंग बग्गा , लोकेश्वर चन्द्राकर , सौरभ बग्गा , सोनू सलूजा , नवनीत सलूजा , मोनू नवरंग , भूपेंद्र (मुंगू) ठाकुर , शहजान पासा , प्रेम साहू , नरेश चन्द्राकर एवं मित्र मंडल बागबाहरा के सदस्यों सहित शंकराचार्य इंजीनियरिंग कालेज रायपुर के शिक्षकों एवं छात्रों ने बधाई दी है वही शंकराचार्य इंजीनियरिंग कालेज के प्राचार्य ने गुरप्रीत की
इस उपलब्धि को संस्था के सभी छात्रों को मार्गदर्शन के कारगर बताया है ।



















