बागबाहरा। रेलवे संघर्ष समिति कोमाखान के सदस्यों द्वारा तीन ट्रेनों की स्टापेज की मांग को लेकर आंदोलन पर बैठ गए। आंदोलन कर्ताओं ने मालगाड़ी के सामने आ गए जिससे पांच मिनट तक मालगाड़ी का परिचालन बंद रहा । रेलवे प्रशासन व स्थानीय की समझाइश के बाद आंदोलन कर्ता पटरी से बाहर आकर स्टेशन परिसर में चर्चा की। 20 जनवरी 2022 तक मांग पूरी करने के लिए रेल प्रशासन के नाम ज्ञापन सौंप कर आंदोलन वापिस लिया।
रेलवे संघर्ष समिति कोमाखान द्वारा सुबह रायपुर की ओर जाने वाली पुशपुल एवं पैसेंजर ट्रेन के पुनःसंचालन तथा इंटरसिटी एक्सप्रेस के स्टॉपेज को लेकर 30 दिसंबर को रेलवे स्टेशन कोमाखान में रेल रोको आंदोलन किया गया। रेल रोको आंदोलन के समर्थन में पूरे कोमाखान नगर में महाबंद का आह्वान किया गया था जिसमें व्यवसायियों ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य दुकानें स्वस्फूर्त बंद कर सहयोग दिया। 30 दिसम्बर को सुबह सात बजे से ही नगर की जनता स्वस्फूर्त घरों से बाहर निकलकर रेलवे स्टेशन की ओर चल पड़ी है और प्रातः आठ बजे ही सैकड़ों की संख्या में स्टेशन में भीड़ एकत्रित हो गयी।
पुश पुल पैसेंजर ट्रेन एवं इंटरसिटी एक्सप्रेस का स्टॉपेज की मांग कर लगातार जनता आंदोलनरत रही, रेलवे प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार का संतोषजनक जवाब प्राप्त नहीं होने की स्थिति में उपस्थित जन नें पटरी में आकर मालवाहक ट्रेन रोकी और उनके सामने बैठ गए। स्थानीय प्रशासन एवं रेलवे पुलिस के समझाइश पर समिति के सदस्यों ने पुनः आंदोलन स्थल पर वापस हो गई। सुबह सात बजे से रेलवे स्टेशन कोमाखान छावनी के रूप में तब्दील रहा और रेलवे प्रशासन, स्थानीय अधिकारी तथा आंदोलनरत जनता के साथ चर्चा- परिचर्चा का दौर चलता रहा और संबलपुर डिविजन से आए हुए अधिकारियों के समझाने के बाद और मांगों को शीघ्र ही उच्च कार्यालय में आगे बढ़ाने के आश्वासन पर सैकड़ों की संख्या में आए हुए आंदोलनकर्ता अपने अपने घरों को वापस हुए।
सांसद श्री साहू को सौंपा ज्ञापन, अंकित ने दिया समर्थन- रेल रोको आंदोलन में क्षेत्र के जन प्रतिनिधि भी अपनी सहमति देते नजर आए, जहां महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू ने गरियाबंद प्रवास में जाने से पहले रेलवे स्टेशन कोमाखान के बाहर रेल रोको समिति के सदस्यों से मिले व सदस्यों द्वारा सांसद को ज्ञापन भी सौंपा गया। सांसद श्री साहू ने उनकी मांगों को रेल मंत्रालय व बोर्ड चर्चा कर मांग पूरा कराने का आश्वासन दिया। रेल स्टापेज के लिए संघर्षरत ग्रामीणों के इस आंदोलन को समर्थन देने कांग्रेसी नेता पूर्व मंडी अध्यक्ष तेजन चन्द्राकर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संतोष पटेल भी इस आंदोलन का हिस्सा लेने कोमाखान पहुंचे। वहीं अंकित बागबाहरा ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपना समर्थन देकर जनता की आवाज को बुलंद किया।
स्थानीय प्रशासन भी रहे मौजूद- कोमाखान में हो रहे रेल रोको आंदोलन में किसी अप्रिय घटना न हो इसके लिए राकेश गोलछा अनुविभागीय अधिकारी, कपिल चंद्रा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, गगन शर्मा नायाब तहसीलदार, सिद्धेश्वर सिंह, कोमाखान थाना प्रभारी, लक्ष्मीनारायण साव चौकी प्रभारी, दीपेश जायसवाल बागबाहरा थाना प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे। वही रेल प्रशासन से मुकेश कुमार असिस्टेंट कमान्डेंट के नेतृत्व में जी एन रमन निरीक्षक, डीके मिश्रा निरीक्षक सहित आरपीएफ के जवान मौजूद थे।
इंटरसिटी एक्सप्रेस, पूस पूल व पैसेंजर ट्रेनों का स्टापेज की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। पूर्व में स्टापेज ट्रेन को अविलंब प्रारम्भ करने की मांग की गई। नितिन जैन रेल संघर्ष समिति कोमाखान
तीन ट्रेनों का परिचालन को लेकर मांग की जा रही है, इसकी जानकारी उच्च कार्यालय को दी जाएगी। रेल प्रशासन आगे की कार्यवाही तय करेगी – सुखराम होरो डिवीजन कमर्शियल मैनेजर सम्बलपुर
रेल संघर्ष समिति के प्रमुख मुद्दे व आंदोलन का सफरनामा-
रायपुर-जूनागढ़ के मध्य चलने वाली पुशपुल ट्रेन एवं दुर्ग विशाखापट्टनम के मध्य चलने वाली पैसेंजर ट्रेन के पुनः संचालन तथा इंटरसिटी एक्सप्रेस के स्टॉपेज की मांग की गई।
इंटरसिटी एक्सप्रेस के स्टॉपेज की मांग को लेकर 20 नवम्बर 2012 को ग्रामीणों की उपस्थिति में रेल रोको आंदोलन किया गया।
25 जनवरी 2018 में रेलवे के उच्चाधिकारियों के प्रवास में संबलपुर डिविजन एवं भुनेश्वर जोन को पत्र प्रेषित।
15 फरवरी 2018 को सांसद आदर्श ग्राम के रूप में चयन के तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल को भी पत्राचार।
16 मार्च 2020 को उच्च अधिकारियों के प्रवास में जनरल मैनेजर रेलवे जोन भुवनेश्वर को भी पत्राचार के माध्यम से इन मांगों को अवगत कराया।
20 जनवरी 2022 तक पुश पुल और पैसेंजर ट्रेनों का स्टापेज नही होने पर 26 जनवरी को पुनः आंदोलन की जाएगी।