बागबाहरा – सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा में जनवरी-2022 में स्त्री रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति पश्चात सीसेरियन प्रसव प्रारम्भ हुआ जिसके बाद से दिनांक-26/1/2023 तक बी एम ओ,डॉक्टर,स्टाफ व मितानिन समूह के मेहनत से लगातार एक नया इतिहास रचते हुए नया कीर्तिमान खड़ा किया जनवरी 2022 से 26/1/2023 तक सीसेरियन प्रसव-314 व नार्मल प्रसव की संख्या 830 कुल प्रसव 1144 रहा
जो कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा जैसी छोटी जगह के लिए बड़ी उपलब्धि है एवम आमजन में यहां के डॉक्टर और स्टाफ के ऊपर इतना भरोसा हो गया है कि लोग विशेष कर प्रसव हेतु अन्य जिले व अन्य राज्य से बागबाहरा पहुचने लगे है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा में हॉस्पिटल प्रबंधन की उपलब्धि को देखते हुए शासन ने सोनोग्राफी मशीन भी उपलब्ध कराई है जिससे प्रसव हेतु आई महिलाओं का सोनोग्राफी भी हो रहा है।
एक गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार इस सुविधा को पाकर बहुत ही प्रफुल्लित है क्योंकि किसी गरीब परिवार द्वारा यही प्रसव हेतु प्राइवेट अस्पतालों में कम से कम 50,000/-(पचास हजार) रूपये का खर्च आ जाता था।
सबसे बड़ी बात सीसेरियन में भी दूसरे बच्चे व तीसरे बच्चे को डॉक्टर कम सुविधा में रिस्क नही लेते व ऑपरेशन नही करते लेकिन बागबाहरा के डॉक्टरों की टीम ने इस चुनोती को भी स्वीकारा तथा तीसरा सीसेरियन कर जच्चा बच्चा को भी सुरक्षित किया।
वही एक ऐसा मामला वर्तमान में देखने को मिला जब भारतीय सशस्त्र सीमा बल के जवान श्री सरजू प्रसाद बरिहा ने अपने पत्नी श्रीमती कामीन बरिहा के तीसरे ऑपरेशन हेतु बागबाहरा के डॉक्टरों पर भरोशा दिखाते हुए तीसरा सीसेरियन बागबाहरा में करवाया एवम यह सीसेरियन बागबाहरा सी एच सी के लिए पहला और चुनोतिपूर्ण रहा जिसे डॉक्टरों की टीम ने चुनोती स्वीकारते हुए सफल सिजेरियन कर सी एच सी का मान बढ़ाया।
वही सीमाबल के जवान श्री सरजू प्रसाद बरिहा जी ने सी एच सी के बी एम ओ ,डॉक्टर व स्टाफ से मुलाकात कर एक पेंटिंग भेंट की जिसमे मातृशक्ति के चित्रण को दर्शाया गया है।