प्रतिबंधित गुटका भी 3 गुना अधिक मूल्य में उपलब्ध
बागबाहरा – अधिक दाम में राशन सामग्री सहित अन्य जरूरत की सामग्री की काला बाजारी के चलते आम जनता परेशान है लोगो को खाने पीने की वस्तुओं सहित प्रतिबंधित गुटका एवं गुड़ाखु जैसी चीजों पर भी खुलकर काला बाजारी की जा रही है गौरतलब है कि जहाँ एक तरफ पूरा देश लॉकडाउन के चलते बंद है तो कई जरुरी सामान बेचने वाले लोग आम जनता की मजबूरियों का फायदा उठा रहे है और सामानों को अधिक कीमत पर बेच रहे है यहाँ के कुछ लोगो ने बताया कि जो तेल 90 रुपये में बिकता था वह अब 110 रुपये में बिक रहा है. नारियल लोगों को 30 रुपये में दिया जा रहा है, शक्कर 45 से 50 तो आलू 30 रुपये तक बेचा जा रहा है. जिससे कई ग्रामीण अब राशन लेने में असमर्थ हो रहे है । वही 5 रुपये मूल्य के गुड़ाखु को 25 से 40 रुपये में बेचा जा रहा है राज्य में प्रतिबंधित
गुटखा भी अब बहुमूल्य हो चुके है 5 रुपये में बिकने वाली चीजों को 10 से 15 रुपये में बेच रहे है. जबकि नियम के तहत इसका बेचा जाना भी प्रतिबंधित है ।
जब हमारे संवाददाता ने कुछ ग्राहकों से पूछा कि किन किन दुकानों में काला बाजारी हो रही है तो ग्राहकों ने बताया सबको पता है कि इस शहर में दो बड़े किराने की दुकान है जिनमे खुलेआम लोगो को लूटा जा रहा है सभी जरूरत की सामग्रियों के दाम बढ़ाकर बेचा जा है । जब गुटका और गुड़ाखु की बात हमने पूछी तो उन्होंने बताया कि नगर के वार्ड क्रमांक 5 में एक पानमसाला की दुकान है जहाँ पर खुले आम प्रतिबंधित गुटका बेचा जाता है और पूरे नगर एवं आसपास के ग्रामीण अंचलों में इन्ही के द्वारा ये प्रतिबंधित गुटका पहुचाया जाता है ।
सुरेश नरेडिया ( पूर्व पार्षद ) – शासन द्वारा निर्धारित मूल्य के हिसाब से राशन सामग्री नही मिल पा रहा है दुकानदार राशन सामाग्री की मनमर्जी रेट में खुलेआम काला बाजारी कर रहे है प्रशासन को इस पर अंकुश लगाने नगर के कुछ दुकानों में छापामार कार्यवाही की जरूरत है ताकि आमजनता को राहत मिल सके ।
लोकेश्वर चन्द्राकर (पार्षद वार्ड क्रमांक 12) – नगर में खुलेआम प्रतिबंधित गुटके एवं गुड़ाखु की काला बाजारी चल रही है पानमसाला की आड़ में लोग प्रतिबंधित गुटका बेच रहे है जब राज्य में पूर्ण रूप से यह गुटका प्रतिबंधित है तो ये आसानी से मिल पाना प्रशासन की कार्यशैली पर संदेह दर्शाता है ।